इस दिल पे लगते हैं जो वो ज़ख़्म दिखते नहीं
अपनों से मिलते हैं जो वो दर्द मिटते नहीं
मैं पास अपने नहीं, बस दूर जब से है तू
बस दूर जब से है तू
जाने दिल में कब से है तू
जब से मैं हूँ, तब से है तू
मुझको मेरे रब की क़सम
यारा, रब से पहले है तू
यारा, रब से पहले है तू
अच्छा है हँसते हुए हो जाएँ हम-तुम जुदा
ये कोई ना पूछ ले, "वो हमसफ़र कौन था?"
अब तो मुझे याद नहीं, साथ मेरे कब से है तू
साथ मेरे कब से है तू