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Mere Mehboob Qayamat Hogi (Lofi)

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Paroles
मेरे महबूब क़यामत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरी नज़रें तो गिला करती हैं

तेरे दिल को भी सनम तुझसे शिकायत होगी

मेरे महबूब

मेरे सनम के दर से अगर

बाद-ए-सबा हो तेरा गुज़र

कहना सितमगर कुछ है ख़बर

तेरा नाम लिया जब तक भी जिया

ऐ शमा तेरा परवाना

जिससे अब तक तुझे नफ़रत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरे महबूब क़यामत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरे महबूब

तेरी गली मैं आता सनम

नग़मा वफ़ा का गाता सनम

तुझसे सुना ना जाता सनम

फिर आज इधर आया हूँ मगर

ये कहने मैं दीवाना

ख़त्म बस आज ये वहशत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरे महबूब क़यामत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरे महबूब

Mere Mehboob Qayamat Hogi (Lofi) par Kishore Kumar/Sanjay S Yadav - Paroles et Couvertures