अगर बेवफ़ा तुझको पहचान जाते
ख़ुदा की क़सम हम मोहब्बत ना करते
जो मालूम होता ये अंज़ाम ए उल्फ़त तो
दिल को लगाने की जुर्रत ना करते
अगर बेवफ़ा तुझको पहचान जाते
ख़ुदा की क़सम हम मोहब्बत ना करते
चित्रपट : रात के अँधेरे में (१९६९)
स्वर : लता मंगेशकर
जिसे फूल समझा वही ख़ार निकला
तेरी तरह झूठा तेरा प्यार निकला
जिसे फूल समझा
जिसे फूल समझा वही ख़ार निकला
तेरी तरह झूठा तेरा प्यार निकला
तेरा प्यार निकला
जो उठ जाते पहले ही आँखों के पर्दे तो
भूले से भी हम तो उल्फ़त ना करते
अगर बेवफ़ा तुझको पहचान जाते
ख़ुदा की क़सम हम मोहब्बत ना करते
मेरा दिल था शीशा हुआ चूर ऐसा
कि अब लाख जोड़ो तो जुड़ ना सकेगा
मेरा दिल था शीशा
मेरा दिल था शीशा हुआ चूर ऐसा
कि अब लाख जोड़ो तो जुड़ ना सकेगा
जुड़ ना सकेगा
तू पत्थर का बूत है पता गर ये होता तो
दिल टूटने की शिकायत न करते
अगर बेवफ़ा तुझको पहचान जाते
ख़ुदा की क़सम हम मोहब्बत ना करते
धन्यवाद