menu-iconlogo
huatong
huatong
Testi
Registrazioni
मुसाफिर तू यहाँ

दो पल का कारवां

समय की आग में

हो जाए सब धुआं

राहिया वे खोया है कहाँ

राहिया वे माया ये जहां

राहिया वे ले चल खुद को वहां

सुकून मिले जहां

जो ढूंढे है तनहा ये दिल तेरा

पायेगा न वो मंज़िल यहां

ये फितूर ले चला है कहाँ

क्यूँ गुरूर है तुझ में बसा

भागे हैं मन तेरा

थम जा ज़रा नादाँ

ये आसमान है तेरी पनाह

राहिया वे खोया है कहाँ

राहिया वे माया ये जहां

राहिया वे ले चल खुद को वहां

सुकून मिले जहां

है खोया तू कहाँ

दर बदर यहां वहां

तुझ में ही है तेरा जहां

तेरा जहां राहिया

उउउ

राहिया वे खोया है कहाँ

राहिया वे माया ये जहां

राहिया वे ले चल खुद को वहां

सुकून मिले जहां

राहिया वे खोया है कहाँ

राहिया वे माया ये जहां

राहिया वे ले चल खुद को वहां

सुकून मिले जहां

Altro da Antariksh/Abhay Sharma/Gaurav Chintamani

Guarda Tuttologo

Potrebbe piacerti