मोहब्बत में तुम्हारी हर शर्त मुझे मंज़ूर है
मगर ये मंज़ूर नहीं कि तू मुझसे दूर है
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
ऐ, साथिया सुन, रब ने हमें था जोड़ा
फिर भी तूने रिश्ता हमारा क्यूँ तोड़ा?
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
हर मोड़ पर जहाँ थी खुशियाँ
याद आते हैं दिन वो कितने
जाने कहाँ इन राहों पर
यूँ फासले बढ़ गए इतने
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
ऐ, साथिया सुन, रब ने हमें था जोड़ा
फिर भी तूने रिश्ता हमारा क्यूँ तोड़ा?
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
सोचा ना था ऐसा होगा पर
क्यूँ हो गया ऐसा बटवारा?
तुमसे उम्मीदें थी कितनी
तुमसे ही तो जग था सारा
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?
ऐ, साथिया सुन, रब ने हमें था जोड़ा
फिर भी तूने रिश्ता हमारा क्यूँ तोड़ा?
क्या हुआ? किस बात पर तूने हमें छोड़ा?