अंगार की ना आशा है
ज़हन यहाँ है भसम, भसम (भसम, भसम)
उम्मीद की ना कोई भाषा है
बदन यहाँ जिसम, जिसम (जिसम, जिसम)
बिक जाता...
बिक जाता...
बिक जाता है यहाँ सूरज
रात में दिन उछलता है
(Hey) रौनक, रोशनी के साए
ताबूत कर कुचलता है
ज़िंदगी, ज़िंदगी के आफ़ताब की
यहाँ के रंग कहाँ हैं?
ये है अंधेर नगरी
कहाँ शहर बसा है?
ये है अंधेर नगरी
आबाद है, बर्बाद है
आज़ाद है, आघात है (आघात है)
ज़र्रे से सितारा है (सितारा है)
राजा से यहाँ रंक है
यहाँ गर्दी की आतिश है
आँसू की बारिश है
यहाँ मान है, सम्मान है
अल्लाह है, (भगवान है)
साँसों में तेरी धड़कन कहाँ है?