उम्मीदों से तब भी जुडे थे,
कोशिशों से अब भी गुज़र रहे हैं,
उम्मीदों से तब भी जुडे थे,
कोशिशों से अब भी गुज़र रहे हैं,
देखते ही देखते सफर, और हालात गहरे हो गए,
अब मंजिलों का, जिक्र करना भूल ही गए,
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए
ऊऊऊऊऊ्
ऐसी डगर, जाने किसी को मिली अगर,
वो भी बिन आसुंओ केही रोये,
ऐसा सफर, बिन कहे गुम होजाएं कहीं,
हम उसे ढूढते ही, रह गए,
धीमे धीमे, इन राहों, पे हम यू खो गये,
ओ ओ ओ और मंजिलों का जिक्र करना भूल ही गए,
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए,
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए,
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गए,
बस् हम तो यूहीं, अधूरे, रह गएएएए....