माहि तू रेह जा रह जा तू कोल मेरे
माहि तू रेह जा रह जा तू कोल मेरे
माहि ठहर जा सुनने हैं बोल तेरे
माहि तू रेह जा रह जा तू कोल मेरे
हो सके तोह रुक जा तू आज यहीं
हो सके तोह रुक जा तू आज यहीं
कल चले जाना पर कल वोह आये न कभी
माहि तू रेह जा रह जा तू कोल मेरे
कैसे न सोचूँ तुम्हे
जो सोच ही तू है
दिल पे चले जिसका ज़ोर वह तू है
जाना इसे जिसकी ओर वह तू है
कैसे न हो ज़िक्र तेरा जो बोल ही तो हैं
माहि तू रेह जा रह जा तू कोल मेरे
माहि तू रेह जा रह जा तू कोल मेरे
माहि ठहर जा सुनने हैं बोल तेरे
माहि तू रेह बस जा रह जा तू कोल मेरे