कभी रुलाती है मुझे
कभी हँसाती है मुझे
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?
माना कहीं भी तू नहीं
क्यूँ है अभी भी दिल वहीं?
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?
तू बता, कब से मैं जुदा हूँ?
मुझसे ना मिला तू
फिर क्यूँ साथ है तू मेरे?
मैं यहाँ अब तेरे बिना यूँ
तन्हा रह गया हूँ
मेरा हाल तो जान ले
आज मैं ये कहता हूँ
"मैं तुझ ही में रहता हूँ"
जाने ऐसा क्यूँ मैं हो गया!
कभी रुलाती है मुझे
कभी हँसाती है मुझे
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?
माना कहीं भी तू नहीं
क्यूँ है अभी भी दिल वहीं?
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?
खुद से कहा मैंने
तुझसे कहा ना ये
"दिल में तू ही हर जगह है"
तू हो चाहे ना हो, फिर भी तू होता है
जाने कैसा फ़ासला है!
आज मैं ये कहता हूँ
"मैं तुझ ही में रहता हूँ"
जाने ऐसा क्यूँ मैं हो गया हूँ!
कभी रुलाती है मुझे
कभी हँसाती है मुझे
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?
माना कहीं भी तू नहीं
क्यूँ है अभी भी दिल वहीं?
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?
कभी रुलाती है मुझे
कभी हँसाती है मुझे
जहाँ भी जाता हूँ, क्यूँ आती हैं यादें तेरी?