menu-iconlogo
logo

Pata Nahin

logo
بول
कुछ तो है खोया-खोया सा, अंदर एक खोखलापन

कहाँ जाऊँ? क्या ढूँढूँ? क्या ढूँढना है, ये पता नहीं

कुछ तो है खोया-खोया सा, अंदर एक खोखलापन

कहाँ जाऊँ? क्या ढूँढूँ? क्या ढूँढना है, ये पता नहीं

सपने मेरे जो हैं मेरे सामने

पा लूँगा इन्हें कभी ना कभी

अगर किस्मत साथ दे मेरी

कुछ तो है खोया-खोया सा, अंदर एक खोखलापन

कहाँ जाऊँ? क्या ढूँढूँ? क्या ढूँढना है, ये पता नहीं (hey, hey)

नि, स, ग, म, प, म, ग

ग, म, प, नि-नि, स, नि, प, म, ग

सपने अधूरे हैं, ज़िद भी है पूरी

ज़िंदगी अच्छी चल रही, फिर भी लगे अधूरी

सपने अधूरे हैं, ज़िद भी है पूरी

ज़िंदगी अच्छी चल रही, फिर भी लगे अधूरी

अपने तो कहते हैं, "तू माँग जो माँगना चाहता है"

अपने तो कहते हैं, "तू माँग जो माँगना चाहता है"

पर माँगू क्या उनसे, ये पता नहीं

कुछ तो है खोया-खोया सा, अंदर एक खोखलापन

कहाँ जाऊँ? क्या ढूँढूँ? क्या ढूँढना है, ये पता नहीं

कुछ तो है खोया-खोया सा, अंदर एक खोखलापन

कहाँ जाऊँ? क्या ढूँढूँ? क्या ढूँढना है, ये पता नहीं

ये पता नहीं, ये पता नहीं

ये पता नहीं, ये पता नहीं

ये पता नहीं, ये पता नहीं

Pata Nahin بذریعہ Shivansh Jindal - بول اور کور