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Jan Gayini Ye Ho Jaan

khesari lal yadav/Kalpanahuatong
nooch5571huatong
歌词
作品
जान गइनी एहो जान जान गइनी जान

जान गइनी एहो जान जान गइनी जान

प्यार नइखे लिखल प्यार नइखे लिखल

हाथ के लक़ीर में नैखु तक़दीर में ये जान

प्यार नइखे लिखल

हाथ के लक़ीर में नैखु तक़दीर में ये जान

दिल टुटला के कवनो होला न आवाज हो

फ़िर कइसे सुनी ये जमाना

हो जइबू दूसरी के तू कुछ दिन के बाद बा

दिल पागला रोइ बन दीवाना

सिखले हावे हम भी हो

सिखले हावे हम भी

गम में हस के आदा

यब जिए के पड़ी यब जिए के पड़ी

पिरितिया की पिर में

नैखु तक़दीर में ये जान

प्यार नइखे लिखल

हाथ के लक़ीर में

नैखु तक़दीर में ये जान

अकसर ई होला केहू हसे केहू रोयेला

प्रेम के भी लीला कुछ अजीब बा

बेवफ़ा भी कह दी कइसे मासूम यार के

दगाबाजी अपनी ही नसीब बा

खुस रहा तु हरदम ,

हो खुस रहा तु हरदम

दिल से इहे बा दुआ

सांसे बनके बसल सांसे बनके बसल

बाड़ू तू शरीर में

नैखु तक़दीर में ये जान

प्यार नइखे लिखल

हाथ के लक़ीर में

नैखु तक़दीर में ये जान

बेवफ़ा सनम

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